अंगदान के क्षेत्र में देश में सूरत लगातार आगे बढ़ रहा है। शनिवार को शहर से 44वें हृदय और 14वीं बार फेफड़ों का दान किया गया। अमरोली क्षेत्र निवासी लेउवा पटेल समाज के ब्रेनडेड व्यक्ति के अंगदान से सात लोगों को नई जिंदगी मिली। हृदय सिर्फ 110 मिनट में 297 किमी दूर मुंबई ले जाकर जरूरतमंद व्यक्ति में ट्रांसप्लांट किया गया। मूलत सौराष्ट्र और अमरोली निवासी विनोद धीरू वैकरिया (57) की 8 मार्च को तबियत बिगड़ने के बाद बेहोशी की हालत में निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। सीटी स्कैन में ब्रेन हेमरेज होने की जानकारी मिली। बाद में डॉक्टरों ने उन्हें ब्रेनडेड घोषित कर दिया। जानकारी मिलने पर डोनेट लाइफ की टीम अस्पताल पहुंची और परिवार को अंगदान का महत्व समझाया। परिजन अंगदान के लिए तैयार हो गए।
इसके बाद हृदय, फेफड़े, लिवर, किडनी और चक्षुओं का दान स्वीकारा गया। ह्रदय को 110 मिनट में मुंबई के जसलोक अस्पताल में ले जाकर कोल्हापुर के 59 वर्षीय व्यक्ति में ट्रांसप्लांट किया गया। वहीं, फेफड़े कांदीवली के 58 वर्षीय व्यक्ति में, लिवर व्यारा की 49 वर्षीय महिला में एक किडनी अहमदाबाद की 69 वर्षीय वृद्धा और दूसरी किडनी वडोदरा की 29 वर्षीय युवती में ट्रांसप्लांट की गई। चक्षुओं का दान लोकदृष्टि चक्षुबैंक ने स्वीकारा।
हृदय और फेफड़े समय पर मुंबई पहुंचें इसके लिए अस्पताल से लेकर एयरपोर्ट के मार्ग तक ग्रीन कॉरिडोर बनाए गए थे। वहीं, किडनी अहमदाबाद ले जाने के लिए अस्पताल से नेशनल हाइवे तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया था। इसके लिए शहर पुलिस और ग्रामीण पुलिस ने व्यवस्था की थी।