सूरत।दिनांक 29 नवम्बर को महिला काव्य मंच की मासिक गोष्ठी का आयोजन मंत्री रजनी जैन के आवास पर रखा गया। जिसमें डॉ सुषमा अय्यर ने कविता मेरे अंदर क्या छुपा है तथा मेरे साहब का पचके पेट का राज खोलते हुए सभी को गुदगुदाया तो अंजना लाहोटी...सुरंगी मेहंदी के माध्यम से प्रीत की बात की।सुमन शाह ने मुहब्बत क्या है पर अपनी छोटी छोटी तीन कविताएं सुनाईं वहीं
रेणुका झा ने बदले हुए चेहरे से लोग ठगे जाते हैं अनुभव की बात को कविता के माध्यम से पेश किया । निम्मी गुप्ता.... चाँद न होता तो इस कविता को भावपूर्ण तरीके से पेश किया। अध्यक्ष डॉ पूनम गुजारनी .ने गजल आदाब का मतलब समझे क्या सुनाकर वाह वाह पाई। रजनी जैन ने अंधाधुन विदेश गमन से उपजी पीड़ा को व्यक्त किया। उर्मिला उर्मी के बिरह गीत न तुम आए लौट कर पर भी खुब दाद मिली। मंजू मित्तल ने कविता जिंदगी और बिंदु शर्मा.. जनरेशन हाइ फाई एक अनोखे अंदाज में सुनाई । कार्यक्रम में छह साल की कवयित्री और चार साल के अयांश ने भी प्रस्तुति देकर सबका मन मोह लिया।इस कार्यक्रम की विशेष बात थी कि सबने अपने परिचय के साथ कार्यक्रम को स्वयं संचालित किया। शुभारंभ मां शारदे की सामूहिक वंदना से किया गया।
डॉ पूनम गुजरानी