सच्चाई की जीत, झूठे केस में फंसाए गए आप पार्षद विपुल सुहागिया की रिमांड कोर्ट ने खारिज की: गोपाल इटालिया
अदालत ने हमारी दलीलों पर विचार किया है और एसीबी से स्पष्टीकरण मांगा है कि गिरफ्तारि क्यों की गई हैं?: गोपाल इटालिया
अधिकारियों से जुड़े ठेकेदारों ने रची विपुलभाई और जीतूभाई को फंसाने की साजिश: गोपाल इटालिया
सूरत।आम आदमी पार्टी के पार्षद विपुलभाई सुहागिया को झूठे मामले में फंसाया गया। लेकिन आज कोर्ट ने एसीबी द्वारा मांगी गई रिमांड को खारिज कर दिया और एसीबी के समक्ष स्पष्टीकरण मांगा। इस मुद्दे पर नगरसेवक विपुलभाई सुहागिया के वकील और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव और महाराष्ट्र के प्रदेश सह-प्रभारी गोपालभाई इटालिया ने मीडिया के सामने अपनी बात रखी और कहा कि सूरत में आम आदमी पार्टी के नगरसेवक के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला पूरी तरह से मनगढ़ंत है और राजनीति से प्रेरित मामला है और ऐसे ही झूठे मामले में एंटीकरप्शन ब्यूरो ने विपुलभाई सुहागिया को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं आज एसीबी ने विपुलभाई सुहागिया को कोर्ट में पेश किया और कोर्ट में दलीलें और सबूत भी पेश किए। गोपाल इटालिया द्वारा विपुलभाई सुहागिया को कैसे एक झूठा मामले और राजनीतिक, दुर्भावनापूर्ण मामला है। हम साफ तौर पर कह सकते हैं कि विपुलभाई को गलत तरीके से फसाया दिया गया है।
इन सभी दलीलों पर माननीय न्यायालय ने विचार किया और एसीबी ने पांच दिन की रिमांड मांगी लेकिन हमारी दलीलों पर विचार करते हुए माननीय न्यायालय ने एक भी दिन की रिमांड नहीं दी। इसके अलावा माननीय न्यायालय ने एसीबी से यह बताने को कहा है कि गिरफ्तारी क्यों की गयी है? यह इस केस की सबसे बड़ी पहली सफलता और न्याय की जीत है। एक निर्दोष व्यक्ति को भ्रष्टाचार के झूठे मामले में फंसाकर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। लेकिन प्रख्यात अदालत ने उनसे स्पष्टीकरण मांगा है। इससे पता चलता है कि जो भी ठेकेदार अधिकारियों से जुड़े हुए हैं, उन्होंने विपुलभाई और जीतूभाई को फंसाने की साजिश रची है। इस साजिश का पहले दिन से ही भांडा फूटना शुरू हो गया है। आने वाले दिनों में भी न्याय की अदालत में और भी घड़े फूटेंगे और हमें न्याय मिलेगा।