--पांच ब्याजखोरों को पासा के तहत भेजा गया जेल
सूरत। शहर पुलिस द्वारा जरूरतमंद लोगों को ब्याज पर रुपए देकर उनका आर्थिक शोषण करने वाले ब्याजखोरों के खिलाफ अभियान चलाया गया है। इस अभियान के तहत एक साथ में पांच ब्याजखोरों को पीसीबी द्वारा पासा के तहत गिरफ्तारी करके अलग-अलग जेल में भेज दिया गया। भूतकाल में ब्याजखोरों की प्रताड़ना से कई लोगों ने आत्महत्या कर लिया और उनके परिवार के सदस्यों को असहाय होने के अनेक मामले सामने आए हैं। कई मामलों में आत्महत्या की दुस्प्रेरणा के मामले पुलिस में दर्ज हुए हैं। सूरत सिटी पुलिस द्वारा पिछले काफी समय से ब्याजखोरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का अभियान शुरू किया गया है। ब्याज के चंगुल से लोगों को मुक्त करने के लिए पुलिस ने बैंकों के साथ समझौता करके लोगों को कम ब्याज पर लोन मिले, इसकी व्यवस्था भी की है। इसके बावजूद ब्याजखोरी की प्रवृत्ति कम नहीं हो रही है। पुलिस उनके खिलाफ पासा की कार्रवाई शुरू की है, ताकी इस प्रवृत्ति पर अंकुश लग सके। दौरान पुलिस कमिश्नर अनूप सिंह गहलोत की सूचना से पीसीबी ने एक साथ पांच व्याजखोरों को पासा के तहत गिरफ्तार करके अलग-अलग जेल में भेज दिया है। पासा में भेजे गए ब्याजखोरों में सरल श्यामजी ढाल (निवासी दर्शन पार्क वेड रोड) को अहमदाबाद सेंट्रल जेल में भेजा गया है। मुकेश कुमार गणेश मल जैन (निवासी-आर्य रेजिडेंसी वीआईपी रोड अलथान) को जिला जेल भुज में, विक्की रणजीत चौहान (निवासी- एबीआर कॉम्पलेक्स लंबे हनुमान रोड वराछा) को जिला जेल मेहसाणा, जिग्नेश किशोर चंद देडकवाला (निवासी-पाल एवन्यू कनसाड रोड कामरेज) को जिला जेल राजकोट और मनोज गणेश मल जैन (निवासी-आर्य पूर्णभूमि अलथाण) को सेंट्रल जेल अहमदाबाद में भेज दिया गया।
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